नन्हीं कलम से ~
प्रकृति
जिसने तुम्हें गोद उठाया, गंदगी वहीं फैला रहे हो
जो तुम्हारी माँ है, उसे क्यों रुला रहे हो
सागर को नहीं छोड़ा तुमने, कचरा जो उसमें फैला रहे हो
कभी सोचा है पृथ्वी माँ का, गंद जो यूं ही फैला रहे हो
आओ आज से हम वचन लें, गंदगी नहीं फैलाएंगे
जहाँ जरूरत होगी वहाँ झाड़ू हम चलाएंगे
॥हमें प्रकृति की सफाई का ध्यान रखना चाहिए॥
~ गरिमा जोशी, कक्षा ६
प्यारा तिरंगा
कितने प्यार से लहराया तिरंगा, कितने प्यार से लहराता है
तीन रंग दिखाकर यह देश की शान बढ़ाता है
पहले से केसरी रंग से यह वीरों को दर्शाता है
सफ़ेद रंग से यह देश शांति बढ़ाता है
हरे रंग से यह देश की हरियाली बतलाता है
अशोक चक्र कितना प्यारा, सीधा चलता जाता है
ऐसे ही हमारा तिरंगा देश शान बढ़ाता है
प्यारा तिरंगा
कितने प्यार से लहराया तिरंगा, कितने प्यार से लहराता है
तीन रंग दिखाकर यह देश की शान बढ़ाता है
पहले से केसरी रंग से यह वीरों को दर्शाता है
सफ़ेद रंग से यह देश शांति बढ़ाता है
हरे रंग से यह देश की हरियाली बतलाता है
अशोक चक्र कितना प्यारा, सीधा चलता जाता है
ऐसे ही हमारा तिरंगा देश शान बढ़ाता है
॥ तिरंगा हमारे लिए महत्वपूर्ण है, हमें इसका सम्मान करना चाहिए ॥
~ गरिमा जोशी, कक्षा ६